तुम और हम..
तेरी आंखें मुझसे मेरे रूठने की वजह पूछती हैं,
लफ्ज़ भले खामोश हो पर आंखें तेरी सवाल पूछती हैं,
तेरी आंखें मुझसे मेरे रूठने की वजह पूछती हैं।।
तेरे होंठो की लार्जिश महसूस कर सकती हूं,
धडकनों की बढ़ी रफ़्तार महसूस कर सकतीं हूं
आगे बढ़ कर बात ना करने का सबब चाहे जो भी हो,
आंखो में बढ़ी आग महसूस कर सकती...
लफ्ज़ भले खामोश हो पर आंखें तेरी सवाल पूछती हैं,
तेरी आंखें मुझसे मेरे रूठने की वजह पूछती हैं।।
तेरे होंठो की लार्जिश महसूस कर सकती हूं,
धडकनों की बढ़ी रफ़्तार महसूस कर सकतीं हूं
आगे बढ़ कर बात ना करने का सबब चाहे जो भी हो,
आंखो में बढ़ी आग महसूस कर सकती...