" घर गलियारा"
छोटी सी उम्र में सब पीछे छोड़ आया ,
यार-दोस्त,खेत-खलियान,घर-गलियारा !
ढलती उम्र हो चली फिर एक बार खयाल आया,
कहाँ रह गए बोह यार- दोस्त,खेत-खलियान,बोह घर-गलियारा !
चल पड़ा मन में हसरत लिए मिलने उन यारों से,
चाहत थी एक बार फिर दौडूं...
यार-दोस्त,खेत-खलियान,घर-गलियारा !
ढलती उम्र हो चली फिर एक बार खयाल आया,
कहाँ रह गए बोह यार- दोस्त,खेत-खलियान,बोह घर-गलियारा !
चल पड़ा मन में हसरत लिए मिलने उन यारों से,
चाहत थी एक बार फिर दौडूं...