Ghulam jugni ❤️❤️
कल न अपुन गुलाम जुगनी साहब का एक गाना सुन रहा था,उसे अगर अपुन तेरे लिए हिंदी में लिखता कैसा होता वो गाना🙂🙂
Dedicated for you ❤️❤️
Hindi version of Sajjda by Ghulam jugni 🤗
माना की खुदा को जान देनी पर एक बात बोल रहा हूं सरेआम,
सर झुकाऊं मैं बाद में रब को पहले करूं तुम्हे मैं सलाम,
दौर जुदाई वाला चल रहा है जिंदगी गमों के बीच पड़ गई,
ऐसा मस्ताना यार मिला था कमी न कोई जिंदगी में रह गई,
तुम्हारा दीदार करके पा लिया मैंने इश्क...
Dedicated for you ❤️❤️
Hindi version of Sajjda by Ghulam jugni 🤗
माना की खुदा को जान देनी पर एक बात बोल रहा हूं सरेआम,
सर झुकाऊं मैं बाद में रब को पहले करूं तुम्हे मैं सलाम,
दौर जुदाई वाला चल रहा है जिंदगी गमों के बीच पड़ गई,
ऐसा मस्ताना यार मिला था कमी न कोई जिंदगी में रह गई,
तुम्हारा दीदार करके पा लिया मैंने इश्क...