शोषण
"स्व प्रकाशित रचना"
असहाय निर्बल निर्धन ये सब क्या करेंगे किसी का शोषण,
यह जीवन में निज परिवार का न कर पाते बेचारे पोषण,
शोषण करते उच्च पदों पर बैठे लोग,व्यापारी, अमीर,
गरीब तो मेहनत मजदूरी करते गला देते हैं शरीर,
जीवन में कुछ कर न पाते रहते हैं गरीब के गरीब, ...
असहाय निर्बल निर्धन ये सब क्या करेंगे किसी का शोषण,
यह जीवन में निज परिवार का न कर पाते बेचारे पोषण,
शोषण करते उच्च पदों पर बैठे लोग,व्यापारी, अमीर,
गरीब तो मेहनत मजदूरी करते गला देते हैं शरीर,
जीवन में कुछ कर न पाते रहते हैं गरीब के गरीब, ...