...

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बिखर
#बिखर
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहा टिकता गिर कर रे,
अहम टूट जाएगा ना ज़िद कर बे;
फूल कहाँ खिलता मुरझाकर रे,
मिट्टी में मिल जाएगा ना हठ कर बे।

Nisha Sheth

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