...

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#18 February 2020#Bus incident
आज सुबह उम्मीद और उमंगों से उठा था मै..
ना जाने क्या सोच जगा था मैं..
समय की तेजी में समान अपना रखा था..
कहीं कुछ भूल ना जाऊं..
पलट के पन्नों को मै पढ़ रहा था..
कुछ फैली किताबे मैंने यूंही छोड़ दी थी..
मां की गरम चाय भी बस आधी कप ही पी थी..
भागा भागा सा छुके पाव मै निकला था घर से...
मगर तेरे हाथो ने दुआएं ही दी थी..
मगर मेरी किस्मत ने करवट बदल की..
ना जाने अंजाने कभी गलती जो कि थी..
समय ना मिला तुझे मिलकर बताने का..
मां वादा है टूटा किया था जो निभाने का..
मां मेरी किताबो को रख देना अपने से दूर..
कहीं मौका ना मिले तुझे मेरे लिए आंसू बहाने का..
दुआ देना अगर तो मां मुझे बस इतना कहना..
की फिर मौका मिले मुझको तेरी गोदी में आने का..
#18 February 2021 #A bus drove off into a bridge 🥺