उदास चेहरे
ये उदास चेहरे
क्यों हैं
बेवजह इतना गमगीन क्यों है
बात इतनी भी बड़ी नहीं होती
की जितनी हमने बना रखी है
ये वाणी में सुस्तियां ये धीमा स्वर क्यों है
ये इतने कठोर शब्द
ये मन में आए दुर्विचार क्यों है
महसूस करना
जब खटक रहा है तुमको ही
तुम्हारा व्यवहार...
क्यों हैं
बेवजह इतना गमगीन क्यों है
बात इतनी भी बड़ी नहीं होती
की जितनी हमने बना रखी है
ये वाणी में सुस्तियां ये धीमा स्वर क्यों है
ये इतने कठोर शब्द
ये मन में आए दुर्विचार क्यों है
महसूस करना
जब खटक रहा है तुमको ही
तुम्हारा व्यवहार...