यही प्रेम है
प्रेम दीवानगी नहीं,
अपितु स्थिरता एवं परिपक्वता का प्रतीक है।
अनुभूति ही नहीं, यह उससे कुछ ज़्यादा है।
प्रेम निर्भरता नहीं,
अपितु शक्ति एवं आत्मनिर्भरता का संकल्प है।
अनुभूति ही नहीं, यह उससे कुछ ज़्यादा है।
प्रेम कहानी नहीं,
अपितु सच्चाई एवं वर्तमान का...
अपितु स्थिरता एवं परिपक्वता का प्रतीक है।
अनुभूति ही नहीं, यह उससे कुछ ज़्यादा है।
प्रेम निर्भरता नहीं,
अपितु शक्ति एवं आत्मनिर्भरता का संकल्प है।
अनुभूति ही नहीं, यह उससे कुछ ज़्यादा है।
प्रेम कहानी नहीं,
अपितु सच्चाई एवं वर्तमान का...