गुलाल का रंग
गुलाल का रंग सबको भावे
मिटाए दूरियां यह सबको नज़दिक लावे
खेलो खेलो सब मिलके होली ,
फागुन आया देखो निकली है टोली
मन रम जाता है रंगों की दुनिया में
हर्ष उलास भर जाता है इस छोट्टी सी दुनिया में
यह रंग ना हॊतॆ तोह ज़िन्दगी फिकि सी होती
बे रस् बे रंग ज़िन्दगी बोरियत सी होती
© SAM
मिटाए दूरियां यह सबको नज़दिक लावे
खेलो खेलो सब मिलके होली ,
फागुन आया देखो निकली है टोली
मन रम जाता है रंगों की दुनिया में
हर्ष उलास भर जाता है इस छोट्टी सी दुनिया में
यह रंग ना हॊतॆ तोह ज़िन्दगी फिकि सी होती
बे रस् बे रंग ज़िन्दगी बोरियत सी होती
© SAM