सड़क के किनारे।
उस सड़क के किनारे पर मिलना,
जीवन के कठोर दोराहे पर मिलना,
जब मेरी तस्वीर तेरी रूह भूल जाए और मेरी यादें वाष्पीभवन हो जाएं,
जब सांसो का संघर्ष खत्म होने को होऔर फिजाएं आगोश में लेने वाली हो,
तब उस किनारे पर मिलना,जीते जी तेरा साथ न देसाका मगर आसमान में सितारा बन तेरे साथ जरूर चमकूंगा,
जीवन के एक सिरे पर मिलना तो सही।
#WritcoPoemPrompt39
Changing seasons hark new beginnings,
Like the shoots of tender plants on a Spring morning...
© Shivam.Luhana
जीवन के कठोर दोराहे पर मिलना,
जब मेरी तस्वीर तेरी रूह भूल जाए और मेरी यादें वाष्पीभवन हो जाएं,
जब सांसो का संघर्ष खत्म होने को होऔर फिजाएं आगोश में लेने वाली हो,
तब उस किनारे पर मिलना,जीते जी तेरा साथ न देसाका मगर आसमान में सितारा बन तेरे साथ जरूर चमकूंगा,
जीवन के एक सिरे पर मिलना तो सही।
#WritcoPoemPrompt39
Changing seasons hark new beginnings,
Like the shoots of tender plants on a Spring morning...
© Shivam.Luhana