कर लेना कुछ बातें खुद से...
दिल के किसी कोने में ,
जब सूनापन बढ़ जाए |
कर लेना कुछ बातें खुद से ,
पहचान बढ़ा लेना खुद की खुद से ||
छू लेना कुछ अनछुए एहसास
मिलेंगे वहीं कहीं उसी कोने में |
कुछ खुशी के कुछ गम के
कुछ उल्झे हुए से ||
देखना....
मुलाकात होगी होठों पर खडी़ मुस्कान से, आंखों में दस्तक देते आसुओं से |
मुलाकात होगी वहीं किसी कोने में छूटे बचपन की किलकारियों से ||
तुम छू लेना उन सभी पलों को मुस्कुरा लेना दबी दबी मुस्कान में |
फिर मिलने का वादा करना
खुद से खुद के मिलने का ||
जब बढ़ जाए सूनापन ...
कर लेना कुछ बातें खुद से...
© सीमा चौहान
जब सूनापन बढ़ जाए |
कर लेना कुछ बातें खुद से ,
पहचान बढ़ा लेना खुद की खुद से ||
छू लेना कुछ अनछुए एहसास
मिलेंगे वहीं कहीं उसी कोने में |
कुछ खुशी के कुछ गम के
कुछ उल्झे हुए से ||
देखना....
मुलाकात होगी होठों पर खडी़ मुस्कान से, आंखों में दस्तक देते आसुओं से |
मुलाकात होगी वहीं किसी कोने में छूटे बचपन की किलकारियों से ||
तुम छू लेना उन सभी पलों को मुस्कुरा लेना दबी दबी मुस्कान में |
फिर मिलने का वादा करना
खुद से खुद के मिलने का ||
जब बढ़ जाए सूनापन ...
कर लेना कुछ बातें खुद से...
© सीमा चौहान