फ़िर जीना सीख रहे हैं।
तालीम हाँसिल करके भी
इल्म अपना झूठा ही रहा
बारिशों में भीग कर भी
ज़हन अपना सूखा ही रहा
पलटते पलटते पन्नों को
न...
इल्म अपना झूठा ही रहा
बारिशों में भीग कर भी
ज़हन अपना सूखा ही रहा
पलटते पलटते पन्नों को
न...