बचपन के दिन
कुछ अच्छी कुछ बुरी यादें, कभी हंसती कभी रोती रातें,
वो मुस्कराता बचपन वो खिलखिलाती प्यारी बातें ।
याद आता है वो प्यारा-सा आँगन वो खुली छत के नीचे बीती रातें,
वो महकता फ़ूलों का बागीचा...
वो मुस्कराता बचपन वो खिलखिलाती प्यारी बातें ।
याद आता है वो प्यारा-सा आँगन वो खुली छत के नीचे बीती रातें,
वो महकता फ़ूलों का बागीचा...