तुम्हारे लिए ।
तुम एक लहर झरनों कि,
फुलों की खुशबुदार कलियों सी,
रात कि चांदनी में चमचमाते सितारों सी,
दिन के तेज रोशनी में उस हल्की सी नमी सी हो ,
बहते हुए पानी जैसे जज़्बात है तुम्हारे,
गुजरते हुए बादल जैसे...
फुलों की खुशबुदार कलियों सी,
रात कि चांदनी में चमचमाते सितारों सी,
दिन के तेज रोशनी में उस हल्की सी नमी सी हो ,
बहते हुए पानी जैसे जज़्बात है तुम्हारे,
गुजरते हुए बादल जैसे...