तू सही
सारी दुनिया से लड़ सकती हूं,
एक तुझसे ना लड़ पाउंगी,
तेरे साथ की गई लड़ाई में,
जितने से अच्छा मै हार जाऊंगी,
डर लगता है तुझे खोने से,
तेरे दूर होने से,
मेरे लबों पे बैठी कविता तू है ,
तूही मेरे जख्मों की...
एक तुझसे ना लड़ पाउंगी,
तेरे साथ की गई लड़ाई में,
जितने से अच्छा मै हार जाऊंगी,
डर लगता है तुझे खोने से,
तेरे दूर होने से,
मेरे लबों पे बैठी कविता तू है ,
तूही मेरे जख्मों की...