"वक़्त"
वक़्त!
आपको आपसे मिलाता है।
वक़्त!
सही गलत का फर्क बताता है।
वक़्त!
आपकी औकात बताता है।
वक़्त!
आप को समझाता है।
वक़्त!
आप को रुलाता है।
वक़्त!
आप को हँसाता है!
वक़्त!
आपको तड़पाता है!
वक़्त!
जीने की राह दिखाता है।
वक़्त!
तन्हाई में साथ निभाता है।
वक़्त!
खुद को दोहराता है।
वक़्त!
अपनी कद्र कराता है।
वक़्त!
साथ-साथ चला जाता है।
वक़्त!
ज़ख्मों को भी भर जाता है।
वक़्त!
तस्वीरों से याद आता है।
वक़्त!
अपनी कीमत बताता है।
वक़्त!
वक़्त!
वक़्त!!
(वक़्त की कद्र करो नही तो वो तुम्हारी कद्र नही करेग।)
© RamKumarSingh(राम्या)
आपको आपसे मिलाता है।
वक़्त!
सही गलत का फर्क बताता है।
वक़्त!
आपकी औकात बताता है।
वक़्त!
आप को समझाता है।
वक़्त!
आप को रुलाता है।
वक़्त!
आप को हँसाता है!
वक़्त!
आपको तड़पाता है!
वक़्त!
जीने की राह दिखाता है।
वक़्त!
तन्हाई में साथ निभाता है।
वक़्त!
खुद को दोहराता है।
वक़्त!
अपनी कद्र कराता है।
वक़्त!
साथ-साथ चला जाता है।
वक़्त!
ज़ख्मों को भी भर जाता है।
वक़्त!
तस्वीरों से याद आता है।
वक़्त!
अपनी कीमत बताता है।
वक़्त!
वक़्त!
वक़्त!!
(वक़्त की कद्र करो नही तो वो तुम्हारी कद्र नही करेग।)
© RamKumarSingh(राम्या)