हां मैं एक औरत हूं
(हां मैं एक औरत हूं)
किसको कहूं अपने दिल की बात,
समझ नहीं पाती हूं,और कुछ तो
कर नहीं पाती हूं खुद को रो के
समझा लेे जाती हूं।।
धर्म में लिपटी औरत,
आचरण से बंधी औरत,
संस्कृति से दबी औरत,
हां मेरी सबसे बड़ी गलती की
मैं औरत हूं,मेरे अंदर हैं कितनी
आजादियां,इन आजादियों में भी,
कैद हूं मैं हां औरत हूं मैं,
सफ़र जारी हैं मेरी जिंदगी का...
किसको कहूं अपने दिल की बात,
समझ नहीं पाती हूं,और कुछ तो
कर नहीं पाती हूं खुद को रो के
समझा लेे जाती हूं।।
धर्म में लिपटी औरत,
आचरण से बंधी औरत,
संस्कृति से दबी औरत,
हां मेरी सबसे बड़ी गलती की
मैं औरत हूं,मेरे अंदर हैं कितनी
आजादियां,इन आजादियों में भी,
कैद हूं मैं हां औरत हूं मैं,
सफ़र जारी हैं मेरी जिंदगी का...