बसे हो हममें ही कहीं
है इश्क़ मुझे तुमसे ही कहीं,
रब दिखता है तुममे ही कहीं,
बसा लो मुझे दिल में अपने,
तुम भी बसे हो हममें ही कहीं।
जो सपना देखा तुमने कल,
हम भी तो खड़े थे वहीं,
आईना मोहब्बत का देखो ज़रा,
राजकुमार सपनों का मैं हूँ वही।
यकीन करते हो मुझ पर ही,
दूर दूर तक कोई अपना सा नही
लगा लो गले से मुझको,
यकीं हो हकीकत है...
रब दिखता है तुममे ही कहीं,
बसा लो मुझे दिल में अपने,
तुम भी बसे हो हममें ही कहीं।
जो सपना देखा तुमने कल,
हम भी तो खड़े थे वहीं,
आईना मोहब्बत का देखो ज़रा,
राजकुमार सपनों का मैं हूँ वही।
यकीन करते हो मुझ पर ही,
दूर दूर तक कोई अपना सा नही
लगा लो गले से मुझको,
यकीं हो हकीकत है...