......ज़िंदगी.....🍂
कोई जगह होगी, जहां से न जाना होगा,
इस परिंदे का कहीं तो आशियाना होगा।
न जाने किस शय का मुंतजिर है अब,
न जाने किस ओर अब ठिकाना होगा।
कई चेहरों...
इस परिंदे का कहीं तो आशियाना होगा।
न जाने किस शय का मुंतजिर है अब,
न जाने किस ओर अब ठिकाना होगा।
कई चेहरों...