" गजल - मेरी सांसों में "
मेरी सांसों में अपनी प्रेम कहानी लिख दो
फिर वही रात मुझे रात की रानी लिख दो
मैं हूं वो नगमा जिसे छुलो प्यार से अगर
अपने हाथों से मेरी शाम सुहानी लिख दो
जतन कितने किये तुमको...
फिर वही रात मुझे रात की रानी लिख दो
मैं हूं वो नगमा जिसे छुलो प्यार से अगर
अपने हाथों से मेरी शाम सुहानी लिख दो
जतन कितने किये तुमको...