...

7 views

नाराज़गी ये तेरी
तू बात करे या ना करे मुजसे, में तो बात करूंगा तुजसे!

पुरा हक हे तुजे,
रूठ ने का और मुजे मनाने का !
तुझे रोने का और मुझे हंसाने का !

शिकायते कितनी,
दिल मे प्यार और नाराजगी आँखों मे कितनी !

माना सारी गलती मेरी,
बेरूखी तेरी और मेरी मोहब्बत कितनी !

में तो पास रहुगा तुजसे
मिलता रहेगा संदेशा मेरा, ये वादा हे तुजसे !

मनाता रहूंगा हर घड़ी , कभी दूर ना होना तू मुजसे
तू बात करे या ना करे मुजसे, में तो बात करूंगा तुजसे!

आगम
© All Rights Reserved