...

7 views

Samjhdari bhra janamdin
कौन जानता था किसी को
इतने समय में थोड़ा बहुत जान गया हूं विशी को।
हर बात को आसानी से समझ जाती है
मेरी हर प्रॉब्लम में उसकी समझदारी एक नया किस्सा लिख जाती है।
आकाश के लिए तो वो समझदार कहलाती है
और हर बार मुझे दिक्कत में होसला वो दे जाती है
और बड़े अच्छे से वो दोस्ती निभाती है।
ना जाने कैसे २-३ महीनों में इतनी अच्छी बॉन्डिंग बन जाती है
अब तो हवाएं भी उसकी समझदारी के गुण गाती है।
एक दोस्त है मेरी जो हर बार मेरी प्रॉब्लम को आसानी से समझ जाती है।
अब तो सोचता हूं कोई इतना काइंड कैसे हो सकता है
पर फिर सोचता हूं अगर कोई हो सकता है तो उसका नाम विशी हो सकता है।
19 दिसंबर छोटी सी तारिख को आकाश ने दिल और दिमाग़ दोनों में छाप लिया
देख विशी तेरे बर्थडे पर आकाश की wishes ने हरिद्वार से दून तक का रास्ता नाप लिया।
© Akshita😂