Samjhdari bhra janamdin
कौन जानता था किसी को
इतने समय में थोड़ा बहुत जान गया हूं विशी को।
हर बात को आसानी से समझ जाती है
मेरी हर प्रॉब्लम में उसकी समझदारी एक नया किस्सा लिख जाती है।
आकाश के लिए तो वो समझदार कहलाती है
और हर बार मुझे दिक्कत में होसला वो दे जाती है
और बड़े अच्छे से वो दोस्ती निभाती है।
ना...
इतने समय में थोड़ा बहुत जान गया हूं विशी को।
हर बात को आसानी से समझ जाती है
मेरी हर प्रॉब्लम में उसकी समझदारी एक नया किस्सा लिख जाती है।
आकाश के लिए तो वो समझदार कहलाती है
और हर बार मुझे दिक्कत में होसला वो दे जाती है
और बड़े अच्छे से वो दोस्ती निभाती है।
ना...