वो अनकही बाते..
सुबह की गुलाबी-थंडी हवा....
बहुत कुछ समाके जाती है...
कुछ अनकही बाते बताके जाती है...
पल भर की यादे महसुस करके जाते है...
बहुत कुछ पाना है, जिंदगी मे, याद दिलाते जाती है..
लेकिन, पाने से भी बढकर देना है, ये वादा करके जाती है..
आगे बढता कदम, नई उम्मीद खडा कर देती है..
उस कदम पे चलना कैसे, ये मंजिल दिखाती है...
इस थंडी हवा मे, दिल नाच रहा है खुलके..
हवा की झुमती आवाज से, पैर नाचने लगे झुमके..
© yogi
बहुत कुछ समाके जाती है...
कुछ अनकही बाते बताके जाती है...
पल भर की यादे महसुस करके जाते है...
बहुत कुछ पाना है, जिंदगी मे, याद दिलाते जाती है..
लेकिन, पाने से भी बढकर देना है, ये वादा करके जाती है..
आगे बढता कदम, नई उम्मीद खडा कर देती है..
उस कदम पे चलना कैसे, ये मंजिल दिखाती है...
इस थंडी हवा मे, दिल नाच रहा है खुलके..
हवा की झुमती आवाज से, पैर नाचने लगे झुमके..
© yogi