जय श्री राम का नाम लिखा जाएगा।।
पाँच अगस्त बस पांच नहीं,
यह पंचामृत कहलायेगा !
एक रामायण फिरसे अब,
राम मंदिर का लिखा जाएगा!!
जितना समझ रहे हो उतना,
भूमिपूजन आसान न था!
इसके खातिर जाने कितने,
माताओं का दीप बुझा !
गुम्बज पर चढ़कर कोठारी,
बन्धुओं ने गोली खाई थी!
नाम सैकड़ो गुमनाम हैं,
जिन्होंने जान गवाई थी!!
इसी पांच अगस्त के खातिर,
पांचसौ वर्षो तक...