...

11 views

ना जाने क्या बात थी उनमे ..हम उन पर फिदा हुआ करते है
ना जाने क्या बात थी उनमे
कि हम उन पर फिदा हुआ करते है
वो दिल के पास थे मेरे हम उनके
दिल मे हुआ करते थे ।
महकता था तन बदन उनके
एहसास से ,हम उनके ही
ख्यालो में हुआ करते थे
उनकी बातों में क्या कशिश थी
कि हम उन तक खिंचे चले जाते थे
आज कुछ दूरिया है
पर मन के मीत हम ही हुआ करते थे
चैन नही था उन्हें बिन मेरे अल्फाज़ो के
आज हम उनके अल्फाज़ो का इंतज़ार किया करते है ।क्या हसीन थी वो पल भी
जो हम साथ साथ जिया करते थे
उनका एहसान है हम पर कि
हम भी बिंदास जिया करते थे ।