एक प्यारी सी मुस्कान
शुबह की चाय हो या
रात के ख्वा़ब,
संगीत की धुन हो या
खुली किताब,
हर पल ढूंढे
बावरा सा मन;
एक प्यारी सी मुस्कान।
चांदनी का चांद हो या...
रात के ख्वा़ब,
संगीत की धुन हो या
खुली किताब,
हर पल ढूंढे
बावरा सा मन;
एक प्यारी सी मुस्कान।
चांदनी का चांद हो या...