जैसे
ज़िन्दगी भर का मुझे ज़ख्म मिला हो जैसे
दर्द का शहर मेरे दिल में बसा हो जैसे
जब भी नाराज़ वो होते हैं तो यूँ लगता है
दिल में एक दर्द का तूफान उठा हो जैसे
तेरे दीदार से हो जाता है दिल शाद मेरा
मेरे हर दुख की फ़क़त तू ही दवा हो जैसे
ज़िन्दगी की कोई तस्वीर नहीं है तुम बिन
तू मेरे जीने की एक खास वजह हो जैसे
इस तरह टूट गए हैं तेरे जाने से हम
कोई शीशा किसी पत्थर पे गिरा हो जैसे
यूँ सजा रखा है हर दर्द को अपने दिल में
प्यार से तोहफा मुझे तूने दिया हो जैसे
© Ⓐ︎Ⓠ︎Ⓘ︎Ⓑ︎
दर्द का शहर मेरे दिल में बसा हो जैसे
जब भी नाराज़ वो होते हैं तो यूँ लगता है
दिल में एक दर्द का तूफान उठा हो जैसे
तेरे दीदार से हो जाता है दिल शाद मेरा
मेरे हर दुख की फ़क़त तू ही दवा हो जैसे
ज़िन्दगी की कोई तस्वीर नहीं है तुम बिन
तू मेरे जीने की एक खास वजह हो जैसे
इस तरह टूट गए हैं तेरे जाने से हम
कोई शीशा किसी पत्थर पे गिरा हो जैसे
यूँ सजा रखा है हर दर्द को अपने दिल में
प्यार से तोहफा मुझे तूने दिया हो जैसे
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