बोल
पता नहीं प्यार में दिल होते हुए भी पराया क्यों हो जाता है
मेरी हर खुशी उसकी मोहताज क्यों हो जाती है
हर पल उसके ख्वाबों में डूबे...
मेरी हर खुशी उसकी मोहताज क्यों हो जाती है
हर पल उसके ख्वाबों में डूबे...