बुढ़ापा
पेड़ के जवान होते हुए
पत्ते ने गर्व से पुरानी और बूढ़ी
हो चुकी शाख से पूछा
कि तुम इतना सूखी
और मुरझाई हुई सी क्यों हो,
शाख ने कहा क्योंकि
तुम्हे मिलने वाला पानी
मेरी ही नसों से निचुड़कर
तुम तक पहुंचता है तुम्हे
सदा हरियाली और
मुस्कुराहट पहुचाए रखने के लिए ।
© Vinayakk Albbaila
पत्ते ने गर्व से पुरानी और बूढ़ी
हो चुकी शाख से पूछा
कि तुम इतना सूखी
और मुरझाई हुई सी क्यों हो,
शाख ने कहा क्योंकि
तुम्हे मिलने वाला पानी
मेरी ही नसों से निचुड़कर
तुम तक पहुंचता है तुम्हे
सदा हरियाली और
मुस्कुराहट पहुचाए रखने के लिए ।
© Vinayakk Albbaila