15 views
वो फिर याद आने लगा है..
दिल वो पुराना गीत गुनगुनाने लगा है ,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
पन्नों में सूखा फूल दिल को फिर महकाने लगा है ,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है।
अधूरा हो या पूरा,चांद अब रोज मन भाने लगा है ,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है।
पहाड़ों की दीवानी को समंदर भी बुलाने लगा है,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
देख कर आईना भी मुझे अब मुस्कुराने लगा है,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
दिन में खयालों रात को ख्वाबों में सताने लगा है,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
© Geeta Dhulia
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
पन्नों में सूखा फूल दिल को फिर महकाने लगा है ,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है।
अधूरा हो या पूरा,चांद अब रोज मन भाने लगा है ,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है।
पहाड़ों की दीवानी को समंदर भी बुलाने लगा है,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
देख कर आईना भी मुझे अब मुस्कुराने लगा है,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
दिन में खयालों रात को ख्वाबों में सताने लगा है,
वो आजकल मुझे फिर याद आने लगा है ।
© Geeta Dhulia
Related Stories
20 Likes
19
Comments
20 Likes
19
Comments