ममता का विलाप
सूना आँगन, चुप सी दीवारें,
कहानी अधूरी, खामोश गुज़ारें।
ममता के आँचल में बचपन सिमटा,
फिर भी दिल ने दर्द को जकड़ा।
बूढ़ी आँखों ने राहें तकती,
चुपके से आस की डोरी पकती।
पर बेटा जो कभी कंधे पे झूला,
आज उसी ने मुँह मोड़ लिया।
...
कहानी अधूरी, खामोश गुज़ारें।
ममता के आँचल में बचपन सिमटा,
फिर भी दिल ने दर्द को जकड़ा।
बूढ़ी आँखों ने राहें तकती,
चुपके से आस की डोरी पकती।
पर बेटा जो कभी कंधे पे झूला,
आज उसी ने मुँह मोड़ लिया।
...