17 views
पहली बार तुम्हे देखा है
कभी देखा है तुम्हे गुस्से में जलते हुए
कभी टूटकर बिखरते हुए तुम्हे देखा है
कभी देखा है बादल सा गरजते हुए
तो कभी सावन सा बरसते तुम्हे देखा है
कभी देखा है मोहब्बत से सराबोर...
तो कभी नफरत का सैलाब लिए तुम्हे देखा है
हमने तुम्हे हर रंग, हर रूप में देखा है
मौसम की हर छाँव, हर धूप में तुम्हे देखा है
फिर भी कई बार बड़ी अजनबी सी लगती हो
यूँ लगता है की पहली बार तुम्हे देखा है
Related Stories
12 Likes
1
Comments
12 Likes
1
Comments