न आया
गिरते रहे संभलना न आया
ज़िन्दगी हमें ठहरना न आया
निगाहों से अश्क न संभला
बहता रहा संभलना न आया
सहा बहुत कुछ कहा नहीं
दिल को मेरे कहना न आया
टूट कर बिखरे हम काँच से
तमाशों से बहलना न आया
मसरूफ़ रहे खुद में ही हम
ज़माने को समझना न आया
ज़िन्दगी हमको रास न आयी
मौत में हमको मरना न आया
- हिमांशु श्रीवास्तव
© Himanshu Shrivastava
ज़िन्दगी हमें ठहरना न आया
निगाहों से अश्क न संभला
बहता रहा संभलना न आया
सहा बहुत कुछ कहा नहीं
दिल को मेरे कहना न आया
टूट कर बिखरे हम काँच से
तमाशों से बहलना न आया
मसरूफ़ रहे खुद में ही हम
ज़माने को समझना न आया
ज़िन्दगी हमको रास न आयी
मौत में हमको मरना न आया
- हिमांशु श्रीवास्तव
© Himanshu Shrivastava