दो पल
दो पल ठहर जा दो पल ही तुझको रोकूंगा, न करूंगा कोई व्यंग यहां अधीर मन को व्याकुल छोडूंगा, बस दो पल ही रोक रहा तुझको ना हट कर तुझे मना लूंगा, जो उतर गया तेरे दिल से तुझ मे फिर से रम जाऊँगा ,बस इतनी सी अर्ज है तुझसे दो पल ठहर जा दो पल ही तुझको रोकूंगा,
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