तस्वीर की कहानी…
तस्वीरों की कहानी भी,
बेज़ुबान नहीं होती है;
हर एक तस्वीर में कोई
ऐसा पल क़ैद हो जाता हैं,
जिसे देखते ही, वो खास
दिन याद आ जाता है;
और फिर उस दिन की सारी
बातें, याद आ ही जाती है;
तस्वीर कई दफ़ा तो, ज़ुबान
से भी ज़्यादा, बोल देती है;
कहते हैं, कुछ किरदार तो,
तस्वीर से बाहर आ जाते हैं..
© सुneel
बेज़ुबान नहीं होती है;
हर एक तस्वीर में कोई
ऐसा पल क़ैद हो जाता हैं,
जिसे देखते ही, वो खास
दिन याद आ जाता है;
और फिर उस दिन की सारी
बातें, याद आ ही जाती है;
तस्वीर कई दफ़ा तो, ज़ुबान
से भी ज़्यादा, बोल देती है;
कहते हैं, कुछ किरदार तो,
तस्वीर से बाहर आ जाते हैं..
© सुneel