झांसी की रानी
झांसी की हूं मैं रानी,
सुनी होगी तुमने मेरी कहानी।
झांसी की रक्षा का किया था मैंने महाराज से वादा,
नारी की शक्ति का नहीं था अंग्रेजों को अंदाजा।
फिर निकाली मैंने अपनी तलवार और भाला,
अंग्रेजों को था अपनी अनमोल झांसी से निकाला।
मिशाल बनी मैं हर भारतीय के अंदर,
आजादी की भूख बनकर दिखी में।
आज फिर अपने अस्तित्व को याद कराते हुए,
हर बेटी से हूं कहती,कि अब और...
सुनी होगी तुमने मेरी कहानी।
झांसी की रक्षा का किया था मैंने महाराज से वादा,
नारी की शक्ति का नहीं था अंग्रेजों को अंदाजा।
फिर निकाली मैंने अपनी तलवार और भाला,
अंग्रेजों को था अपनी अनमोल झांसी से निकाला।
मिशाल बनी मैं हर भारतीय के अंदर,
आजादी की भूख बनकर दिखी में।
आज फिर अपने अस्तित्व को याद कराते हुए,
हर बेटी से हूं कहती,कि अब और...