रुक जाएगा तूफ़ान
#बिखर
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहा टिकता गिर कर रे,
रुक जाएगा तूफ़ान कभी तो रे,
दर्द कम हो जाएगा कभी तो बे;
कौन आता है यहां रुकने के लिए रे,
जीवन का रंग चमकेगा कभी तो रे,
सब्र का फल मीठा होगा कभी तो बे;
रात नहीं आता है यहां रुकने के लिए,
© Pinku Dutta (Divyansh)
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहा टिकता गिर कर रे,
रुक जाएगा तूफ़ान कभी तो रे,
दर्द कम हो जाएगा कभी तो बे;
कौन आता है यहां रुकने के लिए रे,
जीवन का रंग चमकेगा कभी तो रे,
सब्र का फल मीठा होगा कभी तो बे;
रात नहीं आता है यहां रुकने के लिए,
© Pinku Dutta (Divyansh)