gazal
तुम रिश्ते नाते वफ़ा की बात करते हो
यहां अगले ही दिन वार बदल जाते हैं
हवाओं में पाकीज़गी बाकी ही न रही
चंद सांसों में अबरार बहक जाते हैं
रंग सफेद का अजाब...
यहां अगले ही दिन वार बदल जाते हैं
हवाओं में पाकीज़गी बाकी ही न रही
चंद सांसों में अबरार बहक जाते हैं
रंग सफेद का अजाब...