वीर गाथा
# Abhishek maurya
कर्ण के बाड़ों ने मानो तीनो लोक नापे थे,
रणछेत्र में अपने घोड़े पवन वेग से हाके थे।
महा प्रलय आती देख सैनिक कोसो योजन भागे थे ,
इस वीर की हुंकार से बड़े बड़े महारथी कापे थे।
वैष्णव अस्त्र के तेज से इन्द्र लोक भी डोल गया,
जो चुप था पूरे रण मै वो देव इन्द्र भी बोल गया।
कर्ण कुंडल छीन जाने से वो...
कर्ण के बाड़ों ने मानो तीनो लोक नापे थे,
रणछेत्र में अपने घोड़े पवन वेग से हाके थे।
महा प्रलय आती देख सैनिक कोसो योजन भागे थे ,
इस वीर की हुंकार से बड़े बड़े महारथी कापे थे।
वैष्णव अस्त्र के तेज से इन्द्र लोक भी डोल गया,
जो चुप था पूरे रण मै वो देव इन्द्र भी बोल गया।
कर्ण कुंडल छीन जाने से वो...