bhukamp
तुफानो का डर नही, इसलिए तो तुफा पाल रहे है
लाखो बस्तिया तबाह करने वाले कि ओर कदम बढा रहे है
जो हर पल सेलाब उठाता रहा, हम उसी समन्दर मे कस्ती चला रहे है
जहा तुफान हर बार बरबादी ढाह रहा, हम वही अपना शहर बसा रहे है
हम मौत के करीब जाकर मौत को ही डरा रहे
लाखो बस्तिया तबाह करने वाले कि ओर कदम बढा रहे है
जो हर पल सेलाब उठाता रहा, हम उसी समन्दर मे कस्ती चला रहे है
जहा तुफान हर बार बरबादी ढाह रहा, हम वही अपना शहर बसा रहे है
हम मौत के करीब जाकर मौत को ही डरा रहे