"शायद...."
मेरे स्याह से जीस्त़ में रंग उसने कई भर
दिए, शायद वो कोई रंगरेज़ होगा!!
मेरी बंद पलकों में ख्वाब उसने कई भर
दिए, शायद वो कोई ख्वाबगार होगा!!
मेरी...
दिए, शायद वो कोई रंगरेज़ होगा!!
मेरी बंद पलकों में ख्वाब उसने कई भर
दिए, शायद वो कोई ख्वाबगार होगा!!
मेरी...