मैं हिंदुस्तान हूँ,
घुल रही फिर हवाओं में महक आज़ादी है,
याद आ रही आज फिर लड़ाई आज़ादी की,
कैसे बहाया था वीरों ने अपना लहूँ पानी सा,
याद आ रहें...
याद आ रही आज फिर लड़ाई आज़ादी की,
कैसे बहाया था वीरों ने अपना लहूँ पानी सा,
याद आ रहें...