मैं क्या हूँ?
क्या मैं सिर्फ इल्ज़ामात की धरा हूँ?
क्या मेरी बुनियाद ही बेबुनियाद है?
क्या मैं सिर्फ एक मांस का टुकड़ा मात्र हूँ? मैं क्या हूँ?
मुझे बताया गया जो, वो समझाया नहीं गया
मुझसे कहा गया जो, वो दिखाया नहीं गया
मेरे विचारों को फिर अज्ञानता से तोला गया
कायरता का दामन ओढ़ा के मुजे वीर बनाया गया।
अब तुम ही बताओ मैं क्या हूँ?
© Kunba_The Hellish Vision Show
क्या मेरी बुनियाद ही बेबुनियाद है?
क्या मैं सिर्फ एक मांस का टुकड़ा मात्र हूँ? मैं क्या हूँ?
मुझे बताया गया जो, वो समझाया नहीं गया
मुझसे कहा गया जो, वो दिखाया नहीं गया
मेरे विचारों को फिर अज्ञानता से तोला गया
कायरता का दामन ओढ़ा के मुजे वीर बनाया गया।
अब तुम ही बताओ मैं क्या हूँ?
© Kunba_The Hellish Vision Show