यहाँ सब अपने मतलब से जीते हैं...!!!
यहाँ सब अपने मतलब से जीते हैं,
हर चेहरा है बस एक मुखौटा,
तुम बनो जैसे हो, वैसे ही रहो,
हर कोई नहीं करेगा सच्चा सौदा।।१।।
दुनिया का दस्तूर है, खुद को बदलो,
लोगों की नज़र में रंग बदलते रहो,
पर याद रखना, दिल की आवाज़ सुनो,
सच्चाई के साथ ही चलो, न झुको।।२।।
तुम्हारी अच्छाई को भी मोल-तोल करेंगे,
अपने स्वार्थ के लिए तुझे बदलने को कहेंगे,
पर तुम मत बदलो, अपने पथ पर रहो,
जो हो वही रहो, न दूसरों से डरो।।३।।
क्योंकि अंत में जो साथ खड़े रहेंगे,
वही हैं सच्चे जो दिल से तुमको समझेंगे,
तो झूठे चेहरों को पहचानो सही वक्त पर,
और बने रहो तुम जैसे हो, अपने ही स्वरूप पर।।४।।
© 2005 self created by Rajeev Sharma
हर चेहरा है बस एक मुखौटा,
तुम बनो जैसे हो, वैसे ही रहो,
हर कोई नहीं करेगा सच्चा सौदा।।१।।
दुनिया का दस्तूर है, खुद को बदलो,
लोगों की नज़र में रंग बदलते रहो,
पर याद रखना, दिल की आवाज़ सुनो,
सच्चाई के साथ ही चलो, न झुको।।२।।
तुम्हारी अच्छाई को भी मोल-तोल करेंगे,
अपने स्वार्थ के लिए तुझे बदलने को कहेंगे,
पर तुम मत बदलो, अपने पथ पर रहो,
जो हो वही रहो, न दूसरों से डरो।।३।।
क्योंकि अंत में जो साथ खड़े रहेंगे,
वही हैं सच्चे जो दिल से तुमको समझेंगे,
तो झूठे चेहरों को पहचानो सही वक्त पर,
और बने रहो तुम जैसे हो, अपने ही स्वरूप पर।।४।।
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