#शहीदों को नमन #पुलवामा #अखिलेशयादव
रात को आँखें रो रही थी
उनसे मिलने को सवेरे का पुकार कर रही थी
मेरी आँखें फिर से कई दफा नम हो रही थी
सुबह उठकर नहा-धोकर बेकरार हो रही थी
दर्शन को मैं पागल हो रही थी
उनकी तुलना नहीं की जा सकती थी जैसा आप कहते हो ईक हैं भगवान
क्योंकि भगवान से भी ऊपर बैठा था एक मेरा शहीद जवान
© Utsav Gupta (Mona)
उनसे मिलने को सवेरे का पुकार कर रही थी
मेरी आँखें फिर से कई दफा नम हो रही थी
सुबह उठकर नहा-धोकर बेकरार हो रही थी
दर्शन को मैं पागल हो रही थी
उनकी तुलना नहीं की जा सकती थी जैसा आप कहते हो ईक हैं भगवान
क्योंकि भगवान से भी ऊपर बैठा था एक मेरा शहीद जवान
© Utsav Gupta (Mona)