आगोश ए उल्फत
लिपट कर तू तो सोती है आगोश ए उल्फत में
तुझे अब लुत्फ आता है बहुत , रस्म ए मुहब्बत में
तेरी जुल्फों के सायों में ,तेरी दिलकश निगाहों में
में अक्सर डूब...
तुझे अब लुत्फ आता है बहुत , रस्म ए मुहब्बत में
तेरी जुल्फों के सायों में ,तेरी दिलकश निगाहों में
में अक्सर डूब...