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तर्पण
तर्पण
दान पुण्य संस्कार हमारी
युगों-युगों की कहानी है,
पितरों को भी तृप्त करना
हमने परम्परा मानी है।
देवों से भी प्रथम पुज्य
पितर हमारे हर एक,
कर तर्प़ण पाते हैं
उनके आशीष अनेक।
दान धर्म-कर्म का पाठ पढ़ाते
सम्मान की देते सीख,
जड़ों से जुड़े रहने की
सदियों से चली आ रही रीत।
रीता चटर्जी
छत्तीसगढ़