यादें
जिंदगी की शाम जब भी आती है
यादों की एक भीड़ सी लग जाती है
दिल को बेचैन करती खयालाते
कभी हंसा तो कभी रूला जाती है
यादों के पट पर तैरती हुई
बार बार दस्तक देती
कागज़ पर उतर आती है
वो छोटे छोटे पल जिन्हें
जिया है हमने कभी
जीने की तमन्ना जगाती है
हर क्षण ये यादें जो
जिंदगी में रच बस जाती है
यादें जो जीवन को और भी
जीवन्त बनाती हैं
यादों की एक भीड़ सी लग जाती है
दिल को बेचैन करती खयालाते
कभी हंसा तो कभी रूला जाती है
यादों के पट पर तैरती हुई
बार बार दस्तक देती
कागज़ पर उतर आती है
वो छोटे छोटे पल जिन्हें
जिया है हमने कभी
जीने की तमन्ना जगाती है
हर क्षण ये यादें जो
जिंदगी में रच बस जाती है
यादें जो जीवन को और भी
जीवन्त बनाती हैं