कल्पना
कल्पना एक आकाश है
जहा पंछी बन उड़ जाता हूं मै
कल्पना एक बरसात है
जहा मोर बन झूम - गाता हूं मै
कल्पना एक सोपान है
जिससे हर दीवार लांघ जाता हूं मै
कल्पना एक दर्पण है
जिसे देख - देख शर्माता हूं मै
कल्पना एक तुरंग है
जिसपे बैठ दूर चला...
जहा पंछी बन उड़ जाता हूं मै
कल्पना एक बरसात है
जहा मोर बन झूम - गाता हूं मै
कल्पना एक सोपान है
जिससे हर दीवार लांघ जाता हूं मै
कल्पना एक दर्पण है
जिसे देख - देख शर्माता हूं मै
कल्पना एक तुरंग है
जिसपे बैठ दूर चला...