ज़िंदगी
कुछ अटपटी सी है ज़िंदगी,
जग मगते सितारों के बीच,
ये चांद अपना सा लगता है।
कुछ मीठी सी ये ज़िन्दगी,
बिन बोली...
जग मगते सितारों के बीच,
ये चांद अपना सा लगता है।
कुछ मीठी सी ये ज़िन्दगी,
बिन बोली...